विंडहूक (नेहा): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने बहुप्रतीक्षित नामीबिया दौरे पर पहुंच चुके हैं। यह यात्रा भारत और नामीबिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तीन दशकों में पहली आधिकारिक नामीबिया यात्रा है। नामीबिया में पीएम मोदी का पारंपरिक तरीके से शानदार स्वागत किया गया। इस दौरान नामीबिया के स्थानीय कलाकारों के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने भी ड्रम बजाया। प्रधानमंत्री मोदी और नामीबियाई राष्ट्रपति नेटुम्बो नांडी-एनडैटवाह के बीच वन-टू-वन संवाद और दोनों देशों के मंत्रियों की टीम स्तरीय चर्चा होगी। इन वार्ताओं में व्यापार, रक्षा, डिजिटल सहयोग और वैश्विक दक्षिण में साझेदारी जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श शामिल हैं।
भारत और नामीबिया के बीच व्यापार, निवेश, शिक्षा, स्वास्थ्य, ICT और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में कुल छह महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इनमें यूपीआई समेत खनिज और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग पर भी समझौते होंगे। भारत और नामीबिया डायमंड के प्रत्यक्ष आयात की दिशा में बातचीत कर रहे हैं, जिससे मध्यस्थों की भूमिका कम होगी। साथ ही यूरेनियम, कोबाल्ट और लैंथेनाइड्स जैसे महत्त्वपूर्ण खनिजों पर दीर्घकालिक समझौतों की संभावना जताई गई है। नामीबिया पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “कुछ समय पहले विंडहूक में पहुंचा। नामीबिया एक मूल्यवान और विश्वसनीय अफ्रीकी साझेदार है, जिसके साथ हम द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं। आज राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांडी-एनडैटवाह से मिलने और नामीबियाई संसद को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान नामीबियाई संसद को संबोधित करेंगे। यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री दक्षिण अफ्रीका क्षेत्र के बाहर किसी अफ्रीकी देश की संसद में भाषण देगा। इसके अलावा वह नामीबिया के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजौमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे की खास बात यह है कि अब नामीबिया में भी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली शुरू की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने NPCI और नामीबिया के केंद्रीय बैंक के बीच इसे लेकर एक समझौता करेंगे।