नई दिल्ली (पायल): थाईलैंड ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को ठेंगा दिखाते हुए बड़ा ऐलान किया है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा कि उनका देश कंबोडिया के साथ अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्ध विराम समझौते के तहत की जाने वाली सभी कार्रवाइयां रोक देगा। उन्होंने यह टिप्पणी अशांत सीमा क्षेत्र में बारूदी सुरंग विस्फोट में थाईलैंड के दो सैनिकों के घायल होने के कुछ ही घंटों बाद की है। थाईलैंड और कंबोडिया ने पिछले महीने मलेशिया में एक शिखर सम्मेलन के दौरान युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसी देशों के बीच क्षेत्रीय विवाद के कारण जुलाई के अंत में पांच दिनों तक घातक युद्ध के बाद यह समझौता हुआ था। इस युद्ध में कई लोग मारे गए थे।
तनाव बढ़ गया है तथा झड़पों से पहले और बाद में भी बारूदी सुरंगों में इसी तरह के विस्फोट हुए जिनमें से अगस्त में हुए एक विस्फोट में सीमा क्षेत्र में गश्त कर रहे तीन थाई सैनिक घायल भी हुए। प्रधानमंत्री अनुतिन चार्नविराकुल ने कहा कि सोमवार की घटना से पता चलता है कि “हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति शत्रुता उतनी कम नहीं हुई है जितनी हमने सोची थी।”
उन्होंने कहा कि युद्धविराम समझौते के तहत की जाने वाली सभी कार्रवाइयां तब तक रोक दी जाएंगी जब तक थाईलैंड की मांगें पूरी नहीं हो जातीं। उन्होंने थाईलैंड की मांगों के बारे में विस्तार से नहीं बताया। कंबोडियाई सरकार की ओर से भी तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। रॉयल थाई आर्मी ने बताया कि सोमवार को सिसाकेट प्रांत में सीमा पर गश्त के दौरान एक हवलदार बारूदी सुरंग पर पैर रखने से हुए विस्फोट के कारण अपना दाहिना पैर खो बैठा, जबकि विस्फोट के कारण एक अन्य सैनिक भी घायल हुआ। इन दोनों सैनिकों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।


