नई दिल्ली (नेहा): रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को परमाणु हथियारों की संख्या सीमित करने का नया समझौता करने का सुझाव दिया है। ऐसा करने से विश्व में शांति की संभावना को बढ़ाया जा सकेगा। पुतिन ने यह सुझाव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अलास्का में शुक्रवार को होने वाली मुलाकात से एक दिन पहले दिया है। यह मुलाकात यूक्रेन युद्ध की समाप्ति पर चर्चा के लिए होनी है और पुतिन ने कहा है कि अमेरिका युद्धविराम के लिए गंभीर प्रयास कर रहा है।
पुतिन ने ये बातें अपने वरिष्ठ मंत्रियों और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में कही हैं। यह बैठक ट्रंप के साथ होने वाली वार्ता की तैयारी के तौर पर हुई थी। टेलीविजन पर प्रसारित बैठक के हिस्से में पुतिन ने कहा, अमेरिका यूक्रेन में लड़ाई रोकने के लिए सक्रिय और गंभीर प्रयास कर रहा है। वह संकट को बढ़ने से रोकना चाहता है। इसके लिए अमेरिका सभी संबद्ध पक्षों के हितों के अनुरूप कार्य कर रहा है।
पुतिन ने कहा, “अगर हम परमाणु हथियारों की संख्या सीमित करने के समझौते तक पहुंच पाए तो रूस व अमेरिका, यूरोप और पूरे विश्व में दीर्घकालिक शांति को कायम रख पाएंगे।” रूसी राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि ट्रंप के साथ होने वाली उनकी वार्ता में परमाणु हथियारों की संख्या पर नियंत्रण भी एक मुद्दा होगा। रूस के पास विश्व का सबसे बड़ा करीब 5,500 परमाणु हथियारों का भंडार है जबकि उससे कुछ कम परमाणु हथियार अमेरिका के पास हैं।
दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों की संख्या को न बढ़ाने का समझौता पांच फरवरी, 2026 को समाप्त हो रहा है। रूसी राष्ट्रपति के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा है कि राष्ट्रपति पुतिन अमेरिकी समकक्ष से दोनों देशों के व्यापार समझौते पर भी बात कर सकते हैं। शुक्रवार को दोनों महाशक्तियों के नेताओं के बीच दूसरी औपचारिक मुलाकात व वार्ता होगी। इससे पहले ट्रंप और पुतिन जुलाई 2018 में फिनलैंड की राजधानी हेलस्की में मिले थे।
पुतिन की ओर से विश्व शांति को लेकर बयान तब दिया गया है जब बुधवार को ट्रंप ने यूक्रेन में युद्धविराम न होने पर रूस को गंभीर परिणामों की धमकी दी है। उससे कुछ दिन पहले पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के रूस-अमेरिका के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका वाले बयान पर ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया जताई थी और परमाणु हथियारों से लैस दो पनडुब्बियां रूस के नजदीक तैनात करने की घोषणा की थी।