नई दिल्ली (नेहा): तुर्किए ने रविवार को एक ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जो उसके स्वदेशी रक्षा उद्योग के विकास को दर्शाती है। दरअसल, तुर्किए के बायरकतर किजिलेल्मा नाम के पहले मानवरहित हवाई विमान (UAV) ने रविवार (30 नवंबर, 2025) को स्वेदशी रूप से विकसित हवा से हवा में मार करने वाली बीवीआर मिसाइल की फायरिंग की टेस्टिंग की। टेस्टिंग के दौरान किजिलेल्मा ने अपने एक हवाई निशाने वाले विमान पर सटीक हमला कर उसे ढेर कर दिया।
इस सफल ट्रायल के बाद तुर्किए ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी मानवरहित हवाई विमान (UAV) ने इस तरह की उपलब्धि हासिल की है। इस UAV को विकसित करने वाली तुर्किए की रक्षा कंपनी बायकर ने इस ट्रायल की सफलता के बाद रविवार (30 नवंबर, 2025) को एक आधिकारिक बयान जारी किया। कंपनी ने बयान में कहा, “किजिलेल्मा ने स्वदेशी रूप से विकसित गोकडोगन हवा से हवा में मार करने वाली बीवीआर मिसाइल को दागा, जिसने एक हाई स्पीड जेट वाले अपने निशाने को सफलतापूर्वक मार गिराया।”
तुर्किए की कंपनी ने कहा, “यूएवी ने ट्रायल के दौरान असेलसन के मुराद रडार का इस्तेमाल करते हुए अपने हवाई निशाने का पता लगाया और उसे ट्रैक करने के बाद अपने पंखों के नीचे इंस्टाल की गई बीवीआर मिसाइल दागकर निशाने को सफलतापूर्वक मार गिराया। तुर्किए के हवाई इतिहास में यह पहली बार था, जब देश के किसी विमान ने राष्ट्रीय रडार का इस्तेमाल करते हुए स्थानीय तौर पर विकसित एक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से एक हवाई निशाने को सफलतापूर्वक ढेर किया है।”
बयान में यह भी कहा गया, “इस सफल परीक्षण ने किजिलेल्मा को दुनियाभर में पहला और इकलौता मानवरहित हवाई विमान (UAV) के तौर पर स्थापित कर दिया है, जिसके पास हवा से हवा में युद्ध करने की क्षमता है। वहीं, इस परीक्षण के दौरान मेरजीफोन एयरबेस से पांच एफ-16 लड़ाकू विमानों ने किजिलेल्मा संग चालक के साथ और बिना चालक वाले इस संयुक्त ऑपरेशन के लिए उड़ान भरी थी।”


