नई दिल्ली (राघव): मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने शुक्रवार को कहा कि वे अपने देश में अमेरिकी सेना का घुसना स्वीकार नहीं करेगी। शिनबाम ने कहा, “अमेरिकी सेना मेक्सिको नहीं आएगी। यह किसी समझौते का हिस्सा नहीं है और पहले भी जब यह मुद्दा उठा, उन्होंने हमेशा ‘नहीं’ कहा है।
इससे पहले राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था कि उन्होंने पेंटागन को मेक्सिको के उन ड्रग कार्टेल्स पर कार्रवाई का आदेश दिया है जिन्हें अमेरिका आतंकवादी संगठन मानता है। अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप का मुद्दा लैटिन अमेरिका में लंबे समय से संवेदनशील रहा है, क्योंकि इस क्षेत्र में अमेरिका के हस्तक्षेप का इतिहास सौ साल से भी पुराना है।
मेक्सिको के पूर्व अधिकारी आर्टुरो रोचा ने कहा कि यह अफगानिस्तान नहीं है, जहां शासन ढह चुका है और जो चाहो कर सकते हो। उन्होंने कहा कि अगर पेंटागन मेक्सिको या आसपास के देशों में सेना भेजने की योजना बनाता है, तो यह दोनों देशों के रिश्तों को और बिगाड़ सकता है, खासकर ऐसे समय में जब कई देश प्रवासन और ड्रग व्यापार जैसे बड़े मुद्दों पर अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।