नई दिल्ली (राघव): दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एक बांग्लादेशी महिला के लिए फर्जी भारतीय दस्तावेज यानी जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवाने के आरोप में उत्तर प्रदेश के दो एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों फर्जी दस्तावेजों के आधार पर महिला के लिए भारतीय पासपोर्ट का प्रबंध किया। दोनों एजेंट को संदेह के आधार पर आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया। एजेंट महिला को विदेश भेजने की फिराक में थे। इसी दौरान उनकी गिरफ्तारी हुई है। 2014 में सीमा पार करके महिला भारत में अवैध रूप से दाखिल हुई थी। एक बयान में कहा गया है कि पीएस आईजीआई एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने दो धोखेबाज एजेंटों को गिरफ्तार किया है। उनके नाम सचिन चौहान और सुष्मिंदर के तौर पर हुई है। उन्होंने एक बांग्लादेशी महिला नागरिक को भारतीय पहचान देने के लिए उसके लिए फर्जी भारतीय दस्तावेजों की व्यवस्था की थी। इसके बाद उसे विदेश भेजने के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट की व्यवस्था की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, 8 जनवरी 2025 को रिया सिंह के नाम से जारी भारतीय पासपोर्ट धारक एक महिला यात्री ढाका से आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली पहुंची। उसके क्रेडेंशियल्स और यात्रा दस्तावेजों की जांच के दौरान पता चला कि वह एक बांग्लादेशी नागरिक है जिसने धोखाधड़ी से भारतीय पासपोर्ट प्राप्त किया था। आगे की जांच में उसकी पहचान रिया अख्तर पुत्री मोहम्मद अफसर शेख निवासी बोलमारी, फरीदपुर, बांग्लादेश के रूप में हुई। उसके पास से उसके बांग्लादेशी स्कूल के आई कार्ड की एक कॉपी भी मिली। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच के दौरान रिया से पूछताछ की गई और मामले में गिरफ्तार किया गया। पूछताछ पर उसने खुलासा किया कि वह बेहतर आजीविका के लिए विदेश जाना चाहती थी लेकिन उसे उसके रिश्तेदारों ने बताया कि वह बांग्लादेशी पासपोर्ट के आधार पर अच्छा पैसा नहीं कमा सकती। उसके एक दोस्त ने भारत जाने का सुझाव दिया। इसके बाद, वह वर्ष 2014 में अवैध रूप से पश्चिम बंगाल की सीमा पार करके भारत आई और 5-6 महीने तक वहां रही।