आगरा (नेहा): दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि अस्पताल में मंगलवार सुबह करीब सवा छह बजे अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग अस्पताल की चौथी मंजिल पर बंद पड़े एनआईसीयू पर लगी थी। आग से निकला धुआं पास बने नए एनआईसीयू और पीआईसीयू (बाल गहन चिकित्सा इकाई) में भर गया, जिससे वहां भर्ती नौ नवजात बच्चों की जान को खतरा उत्पन्न हो गया। गनीमत रही कि समय पर फायर ब्रिगेड और अस्पताल स्टाफ की सूझबूझ से सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फायर आफिसर सोमदत्त सोनकर ने बताया कि आग बंद एनआईसीयू में लगी थी, लेकिन कुछ ही देर में धुआं अन्य वार्डों में फैल गया। एनआईसीयू में पांच और पीआईसीयू में चार बच्चे भर्ती थे। आग लगते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल कर्मियों ने तत्काल हाइड्रेंट चालू कर आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया।
इस दौरान अस्पताल में मौजूद सिविल डिफेंस सिकंदरा के स्टाफ आफिसर अनूप कोटिया ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे अपने पिता की देखभाल के लिए अस्पताल में मौजूद थे। अनूप ने बताया कि उन्होंने शीशा तोड़कर आग पर काबू पाने में मदद की। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। फायर ब्रिगेड अधिकारियों ने बताया कि समय पर मिली सूचना और अस्पताल में मौजूद अग्निशमन उपकरणों के कारण आग को फैलने से रोका जा सका। बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है और सभी स्वस्थ हैं।