नई दिल्ली (नेहा): भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक बड़े स्तर की फायरिंग एक्सरसाइज की घोषणा की है। इसके लिए भारत ने आज से 11 जून 2025 तक NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया है। यह नौसैनिक अभ्यास गोवा और कारवार के बीच समुद्री क्षेत्र में किया जाएगा। नौसेना की यह फायरिंग ड्रिल करीब 96,000 वर्ग किलोमीटर में फैली होगी, जिसकी अधिकतम लंबाई 600 किलोमीटर तक होगी। इस क्षेत्र में सभी जहाजों और विमानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। अभ्यास के दौरान नौसेना के युद्धपोत और संभवतः पनडुब्बियां शामिल हो सकती हैं। यह ड्रिल भारतीय नौसेना की समुद्री युद्ध तैयारियों और क्षमताओं को परखने का हिस्सा है।
अधिसूचना के अनुसार, यह नौसैनिक अभ्यास 96,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में किया जाएगा, जिसकी अधिकतम लंबाई लगभग 600 किलोमीटर है। अभ्यास की टाइमिंग आज सुबह 8:00 बजे (IST) से शुरू होकर 11 जून को शाम 7:30 बजे (IST) तक चलेगी। वहीं नागरिक और वाणिज्यिक जहाजों और विमानों को इस क्षेत्र से बचने की एडवाइजरी जारी की गई है। भारतीय नौसेना के इस अभ्यास का मकसद समुद्री रणनीतिक तैयारियों को परखना और युद्धक क्षमता को मजबूत करना है।
इससे पहले भारतीय नौसेना ने 3 से 7 मई तक फायरिंग एक्सरसाइज किया था। यह एक्सरसाइज कर्नाटक के करवार तट से लगभग 390 किलोमीटर दूर अरब सागर में किया गया था। बता दें कि करवार नौसेना बेस, जो नेवी का एक रणनीतिक केंद्र है, यहां से यह फायरिंग एक्सरसाइज एक तरह से यह दिखाता है कि भारत समुद्री सीमा पर भी सतर्क और आक्रामक नीति अपनाए हुए है।
बता दें कि पहलगाम हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है.ऐसे में भारत अब हर तरह के जवाब की रणनीतिक तैयारी पर काम कर रहा है। यह फायरिंग एक्सरसाइज सिर्फ एक टेस्ट नहीं, बल्कि पाकिस्तान और उसके समर्थित आतंकी संगठनों को यह बताने का भी तरीका है कि भारत की तीनों सेनाएं मुस्तैद हैं। साथ ही यह भारतीय नौसेना की ताकत और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने का भी बेहद खास कदम है।