सोनीपत (नेहा): थाना सिविल लाइन में नियुक्त महिला एसआई को 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपित एसआई ने दुष्कर्म मामले में दर्ज एफआईआर रद करने की एवज में रुपये की मांग की थी। पीड़ित से एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी। जिसमें वह 40 हजार रुपये पहले दे चुका था। अब बाकी रुपये लेते रोहतक की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आरोपित को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गांव माहरा के रहने वाले अंकित पर 21 जून को रोहतक में दुष्कर्म की जीरो एफआईआर दर्ज हुई थी। सोनीपत के सिविल लाइन क्षेत्र का मामला होने के चलते एफआईआर को यहां ट्रांसफर किया गया था। जिसमें सिविल लाइन थाना की अनुसंधान टीम में नियुक्त मंजू को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था।
जांच में मामला संदिग्ध निकला। जिसके बाद मंजू ने एफआईआर रद करने की एवज में एक लाख रुपये की मांग की। सौदा तय होने पर अंकित ने 40 हजार रुपये उसे दे भी दिए। इसके बाद वह 60 हजार रुपये और मांग रही थी। जिसके बाद इंस्पेक्टर सचिव के नेतृत्व में टीम ने जाल बिछाया। शिकायतकर्ता को रिश्वत के बाकि के 60 हजार रुपये देकर सिविल लाइन थाने भेजा। वहां पर आसपास टीम मौजूद रही। एसआई मंजू ने जैसे ही रुपये लिए टीम ने उसे रुपयों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपित महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।