वडोदरा (नेहा): गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। महिसागर नदी पर बना मुजपुरा गंभीरा पुल अचानक बीच से टूट गया जिससे उस समय गुजर रहे कई वाहन नदी में जा गिरे। अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि कुछ लोग घायल हैं और कुछ की तलाश अभी भी जारी है। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। इन सबके बीच इस हादसे ने लोगों को मोरबी हादसे की याद आ गई।
असल में गंभीरा का यह पुल साल 1985 में बनाया गया था और अब 43 साल बाद अपनी उम्र पूरी कर चुका था। बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी जर्जर हालत की शिकायत की थी लेकिन प्रशासन ने अनदेखी की। नतीजा यह हुआ कि लोगों की जान चली गई और सरकार को एक बार फिर हादसे के बाद जांच की याद आई।
यह हादसा गुजरात को 2022 के मोरबी पुल हादसे की याद दिला गया जिसमें 135 से ज्यादा लोग मारे गए थे। 2021 में अहमदाबाद के मुमतपुरा और पालनपुर में निर्माणाधीन पुलों के गिरने की घटनाएं भी प्रशासनिक लापरवाही का सबूत बताई जा चुकी हैं। हर बार सुधार और कार्रवाई की बात होती है लेकिन जमीनी हकीकत बहुत कम बदलती है। यह हादसा इसी बात का प्रमाण है।
फिलहाल मुख्यमंत्री कार्यालय ने हादसे की जानकारी ली और राहत दल भेजे गए। सरकार ने बताया कि नए पुल के निर्माण की मंजूरी पहले ही दे दी गई थी लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। मुख्यमंत्री को पुल हादसे की जानकारी मिली। एनडीआरएफ की टीम भेजी गई. इन सबके बीच हादसे की जांच के भी आदेश दिए गए हैं।