लेह (नेहा): तिब्बतन बोद्ध धर्म गुरू व 14वें दलाई लामा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को लेह में पहुंच गए। उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में लोग जुटे हुए थे। अपनी छह सप्ताह की यात्रा के दौरान वे कई धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे और उनके अनुयायी भी उनसे मिलेंगे।शनिवार सुबह करीब 11 बजे दलाई लामा भारतीय वायु सेना के विमान पर लेह पहुंचे। उनके स्वागत के लिए लेह को विशेष रू से सजाया गया था। पूरे लेह में उत्सव जैसा माहौल था। करीब तीन वर्ष बाद लेह यात्रा पर आए दलाई लामा की एक झलक पाने के लिए उनके अनुयायियों में होड़ सी लगी हुई थी। जिस रास्ते से दलाई लामा गुजरे उसके दोनों ओर लोग कतारों में खड़े होकर उनका स्वागत कर रहे थे।
कुछ दिन पहले ही दलाई लामा ने अपना 90वां जन्मदिन मनाया है। पूरे लद्दाख में दलाई लामा के प्रति लोगों की गहरी आस्था है। हर बार जब भी वह लद्दाख में प्रवास के लिए आते हैं तो यहां पर लोग उनसे मिलने व दर्शनों के लिए उत्सुक दिखते हैं। इस बार भी जैसे ही दलाई लामा के लद्दाख में आने की सूचना मिली तो लोगों में उत्साह पैदा हो गया था।
हालांकि अभी तक उन्होंने अपने दौरे के तहत होने वाले कार्यक्रमों के बारे में कोई विस्तार से जानकारी नहीं दी है। लेकिन उनके अनुयायियों का कहना है कि अपने छह सप्ताह की यात्रा के दौरान वह कुछ दिन एकांतवास में गुजारने के बाद लोगों को अपने प्रवचनों से निहाल भी करेंगे। बौद्ध गुरू के पहुंचने से लद्दाख में आध्यात्मिक उत्साह का संचार हो गया है। लेह में भव्य स्वागत से शुरू उनका लद्दाख दौरा जंस्कार की आध्यात्मिक यात्रा के साथ संपन्न होगा।
वहीं बौद्ध गुरू की यात्रा को देखते हुए लेह में सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं। लेह पहुंचने पर पुलिस के जवान कई जगहों पर तैनात थे। दलाई लामा की सुरक्षा को लेकर हर बार पूरे प्रबंध किए जाते हैं। चीन के कब्जे वाले तिब्बत से सटे लद्दाख में दलाई लामा के दौरे से पड़ोसी देश चीन भी परेशान है।