नई दिल्ली (नेहा): दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को नागरिकों को 93 लाख स्वास्थ्य कार्ड जारी किए जाने का दावा करते हुए मार्च 2026 तक 1,100 से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएमएस) शुरू करने की घोषणा की। 34 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (एएएमएस) का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा, “दिल्ली को लगातार एक वरदान मिल रहा है और वह है आयुष्मान भाव। एक के बाद एक स्वास्थ्य सुविधाओं का जुड़ना, दिल्ली को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभा रहा है।” दिल्ली सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “दिल्ली को स्वस्थ बनाना, हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देना और पूरी व्यवस्था का डिजिटलीकरण करना हमारा लक्ष्य है।”
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे 93 लाख आभा कार्ड नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दे रही हैं। इसे आयुष्मान कार्ड भी कहा जाता है। उन्होंने कहा, “आयुष्मान योजना के तहत 4 लाख से ज्यादा लोगों का पंजीकरण हो चुका है और 2,000 से ज्यादा लोगों ने इसके तहत सेवाओं का लाभ उठाया है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) के तहत लगभग 3 लाख कार्ड जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा, “दिल्ली एक स्वस्थ शहर बनने की दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है।” उन्होंने बेहतर स्वास्थ्य ढांचे और सभी की देखभाल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा कि 34 एएएम का शुभारंभ सरकार द्वारा घर-घर स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने का नवीनतम प्रयास है।
उन्होंने कहा, “हमने 150 डायलिसिस केंद्र भी खोले हैं और जरूरत पड़ने पर इस सुविधा का विस्तार करेंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई) सुविधाएं भी शुरू करने जा रही है और स्वास्थ्य क्षेत्र में रिक्तियों को भरने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “हम प्रधानमंत्री द्वारा दिल्लीवासियों से स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसमें दवाएं और स्वास्थ्य ढांचा शामिल हैं।”
उन्होंने शहर में स्वास्थ्य सेवाओं की बिगड़ती स्थिति के लिए पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि दिल्ली सरकार हालत सुधारने के लिए काम कर रही है। मंत्री सिंह ने पहले कहा था कि अगस्त के अंत तक 75 अतिरिक्त आम आदमी पार्टी केंद्र स्थापित कर जनता को समर्पित कर दिए जाएंगे। इस उद्देश्य के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसी) के कुल 429 स्थलों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 98 को अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुका है।