लखनऊ (राघव): उत्तर प्रदेश में मॉनसून अब राहत नहीं, बल्कि मुसीबत बनकर बरस रहा है। बीते चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई हिस्सों में नदियां उफान पर हैं, निचले इलाकों में पानी भर गया है और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 17 ज़िलों के लिए गंभीर चेतावनी जारी कर दी है, जिसमें से 6 ज़िलों में रेड अलर्ट और 11 ज़िलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
राज्य के पश्चिमी और तराई बेल्ट के ज़िलों में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं। मौसम विभाग ने बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे ज़िलों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है। इन इलाकों में भारी जलभराव, सड़कें जलमग्न और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, संभल और बदायूं में तेज़ बारिश के साथ बिजली गिरने का खतरा बताया गया है। प्रशासन ने लोगों से निचले क्षेत्रों से दूर रहने और सावधानी बरतने की अपील की है।
मौसम विभाग ने सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, कन्नौज, बाराबंकी, मेरठ, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसे ज़िलों में मेघगर्जन के साथ वज्रपात और तेज़ हवाओं की चेतावनी दी है। यहां आने वाले दिनों में और ज्यादा खराब मौसम की संभावना है।