नई दिल्ली (राघव): इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 754 रन बनाने वाले भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने मंगलवार को आईसीसी का महीने (जुलाई 2025) का सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी चुने जाने के बाद कहा कि एजबेस्टन में टीम की जीत में योगदान देने वाला दोहरा शतक उन्हें हमेशा याद रहेगा। गिल ने इस दौरे पर युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम को कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर काफ़ी प्रेरित किया। उन्होंने पांच मैचों की इस सीरीज में चार शतक लगाए जिससे विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों की गैरमौजूदगी में भी भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज को 2-2 से बराबर करने में सफल रही।
गिल ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और दक्षिण अफ्रीका के हरफनमौला वियन मुल्डर को पछाड़कर यह पुरस्कार जीता। गिल ने उम्मीद जताई कि वह आने वाले सत्र में भी अपनी इस लय को जारी रखेंगे। गिल ने आईसीसी से जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘जुलाई महीने का ‘आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ’ चुने जाने पर बहुत अच्छा लग रहा है। इस बार इसका महत्त्व और भी ज्यादा है, क्योंकि यह कप्तान के रूप में मेरी पहली टेस्ट सीरीज में मेरे प्रदर्शन के लिए मिला है। बर्मिंघम (एजबेस्टन मैदान) में लगाया गया दोहरा शतक ऐसी उपलब्धि है जिसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा और यह इंग्लैंड के मेरे दौरे के खास पलों में से एक होगा।’’
इस 25 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज मेरे लिए कप्तान के तौर पर सीखने का अनुभव रही और दोनों टीमों की तरफ से कुछ बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिले। मुझे यकीन है कि दोनों टीमों के खिलाड़ी लंबे समय तक याद रखेंगे।’’ उन्होंने आने वाली सीरीज में इस लय को जारी रखने की उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘मैं इस पुरस्कार के लिए मुझे चुनने के लिए जूरी और इस रोमांचक सीरीज के दौरान मेरे साथ रहे मेरे साथियों को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं अपनी फॉर्म जारी रखने और देश के लिए और अधिक सम्मान हासिल करने की उम्मीद करता हूं।’’
गिल आईसीसी के महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार चार बार जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर जुलाई में खेले गए तीन टेस्ट मैचों में 94.50 की औसत से 567 रन (कुल 754 रन में से) बनाए थे। वह इससे पहले जानवरी 2023, सितंबर 2023 और फरवरी 2025 में इस खिताब को अपने नाम कर चुके है। गिल ने इस दौरान बर्मिंघम में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच में कुल 430 रन (पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन) बनाये। यह ग्राहम गूच (456 रन) के बाद एक टेस्ट में किसी बल्लेबाज के द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। उनकी इन पारियों से भारत दूसरा मैच जीत कर सीरीज को 1-1 से बराबरी करने में सफल रहा था।