नई दिल्ली (नेहा): उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को आदेश दिया था कि दिल्ली-एनसीआर के सभी आवारा कुत्तों को आठ सप्ताह के भीतर सड़कों से उठाकर उपयुक्त प्राधिकारियों द्वारा बनाए जाने वाले आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया जाए। कोर्ट का ये फैसले कई सारे डॉग प्रमियों को पसंद नहीं आया है और ऐसे में 11 और 12 अगस्त को दिल्ली के कई स्थानों पर बिना अनुमति डॉग प्रेमियों ने विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। दिल्ली पुलिस ने विरोध प्रदर्शनों के संबंध में चार प्राथमिकी दर्ज की हैं। दरअसल डॉग लवर्स ने बिना इजाजत के 11 और 12 अगस्त को नई दिल्ली जिले में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किया था।
15 अगस्त की सुरक्षा की वजह से नई दिल्ली जिले में BNSS 163 ( पूर्व में धारा 144) लागू है। इन प्रदर्शन के दौरान जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने पहुंची तो उनकी झड़प पुलिस के साथ हुई थी। झड़प की कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है की जांच के बाद उन्होंने चार प्राथमिकी दर्ज की हैं। जो लोग पुलिस के कहने पर प्रदर्शन स्थल से नहीं गए थे, उन सबको पुलिस ने डिटेल किया था।
पुलिस का कहना है कि जिन लोगों ने कानून का उल्लंघन किया उन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वायरल हुए एक वीडियो में तुगलक रोड थाने के एसएचओ उमेश मलिक के साथ भीड़ हाथापाई करती नज़र आई थी। जबकि एक दूसरे वीडियो में बस के अंदर एक महिला सब इंस्पेक्टर के साथ एक प्रदर्शनकारी महिला की हाथापाई हो रही है।