फतेहपुर (नेहा): हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण ब्यास नदी उफान पर है। इस कारण पौंग बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से करीब चार फीट ऊपर पहुंच गया है। वीरवार सुबह जलस्तर 1393.31 फीट दर्ज किया गया है। बीबीएमबी प्रशासन ब्यास नदी में और पानी छोड़ेगा, जिससे पंजाब के पांच जिलों सहित कांगड़ा के फतेहपुर व इंदौरा में और हालात बिगड़ सकते हैं।
पौंग बांध से ब्यास नदी में छोड़े जा रहे पानी के कारण फतेहपुर और इंदौरा विधानसभा क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। बुधवार को एनडीआरएफ के जवानों ने पानी में कई घंटे तक फंसे रहे 41 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अरनी विश्वविद्यालय क्षेत्र से 26 और मंड व सनौर से 15 लोगों को सुरक्षित निकाला है।
ब्यास के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने से अरनी विश्वविद्यालय इंदौरा परिसर में पानी भर गया था और 300-400 विद्यार्थी व स्टाफ सदस्य फंस गए थे। इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर व इंस्पेक्टर सुशील वर्मा के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीम भेजा। टीम ने 427 को सुरक्षित निकाला। बुधवार को अरनी विश्वविद्यालय के प्रभावित क्षेत्र से 26 लोगों को निकाला। अभियान एनडीआरएफ के उप कमांडेंट 14वीं बटालियन के नेतृत्व में चलाया गया।
एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि ब्यास का प्रवाह बढ़ने से कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। बुधवार को पौंग बांध का जलस्तर 1393 फीट था। बांध में इस समय 1,24,766 क्यूसेक पानी की आमद हो रही थी और 94,845 क्यूसेक छोड़ा जा रहा था। इसे और बढ़ाया जाएगा। हालांकि आज सुबह 10 बजे 57183 क्यूसेक पानी पौंग बांध में आ रहा है व 94845 क्यूसेक पानी बांध से छोड़ा जा रहा है।
पानी के खतरे के निशान को पार करने के बाद प्रशासन ने निचले क्षेत्रों के लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। बीबीएमबी प्रबंधन के अनुसार आज 28 अगस्त से बांध से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा और बढ़ाई जाएगी। दोपहर बाद दो बजे तक ब्यास में 1,10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।