नई दिल्ली (नेहा): महाराष्ट्र में आज (2 सितंबर) मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन पांचवां दिन भी जारी है। वहीं इस आंदोलन के नेता को अल्टीमेटम मिल गया है। मुंबई पुलिस मंगलवार को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे कार्यकर्ता मनोज जरांगे और उनकी कोर टीम को नोटिस जारी कर आजाद मैदान खाली करने को कहा। यह कदम मुंबई हाई कोर्ट के आदेश के बाद उठाया गया, जिसमें आंदोलन के कारण शहर ‘‘बिल्कुल ठप’’ हो जाने की बात कही गई। वहीं मनोज जरांगे का कहना है कि चाहे उनकी मौत हो जाए, वह आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
29 अगस्त से अनशन पर बैठे मनोज जरांगे के प्रदर्शन को लेकर आजाद मैदान पुलिस ने नोटिस जारी किया है। पुलिस का कहना है कि आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन से पहले तय की गई शर्तों का उल्लंघन किया। हाई कोर्ट ने 2 सितंबर दोपहर तक सभी सड़कें खाली करने का आदेश दिया है। अदालत ने कहा कि आंदोलन से मुंबई की स्थिति बिगड़ गई है। प्रदर्शनकारियों को स्थिति सामान्य करने का ‘‘अवसर’’ दिया गया है।
दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में जरांगे का अनशन मंगलवार को पांचवें दिन भी जारी है. हजारों समर्थक मैदान में डटे हुए हैं और आरक्षण की मांग पर अड़े हुए हैं। अदालत और पुलिस की चेतावनी के बावजूद आंदोलनकारियों का रुख नरम नहीं पड़ा है। जरांगे की मांग है कि मराठा समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में शामिल कर आरक्षण दिया जाए।
जरांगे ने महाराष्ट्र सरकार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चुनौती दी है। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मेरी विनती है कि सोमवार को होने वाले जनाक्रोश को आप बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे। अच्छा होगा अगर प्रदर्शनकारी शनिवार और सोमवार को मुंबई आएं। मैं मर भी जाऊं तो इस आजाद जमीन से नहीं उठूंगा. मैं मर भी जाऊं तो आप चुप रहना। ”