ईटानगर (नेहा): अरुणाचल प्रदेश में ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं, जिसके कारण राज्य पर खतरा मंडरा रहा है। ग्लेशियर पिघलने से झीलों में ज्यादा पानी जमा हो रहा है। ऐसे में झील फटने या बाढ़ आने से कई इलाकों में भारी तबाही मच सकती है। हाल ही एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी हिमालय में स्थित कुछ ग्लेशियर 1.5 मीटर की तेजी से पिघल रहे हैं। सेंटर फॉर अर्थ साइंस एंड हिमालय स्टडीज (CES&HS) ने यह खुलासा किया है।
CES&HS पिछले कुछ समय से तवांग के गोरीचेन पर्वत में स्थित खांगरी ग्लेशियर पर नजर रखे हुए हैं। एक सैटेलाइट सर्वे के दौरान इस इलाके से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 2016 से 2025 के बीच यहां मौजूद झीलों का आकार तेजी से बढ़ा है। ऐसे में अगर झीलें फटीं तो अरुणाचल के कई हिस्सों में फ्लैश फ्लड्स आ सकते हैं