नई दिल्ली (नेहा): दशकों से नक्सलवाद के साथ चल रहे संघर्ष में एक अहम मोड़ आया है, CPI (माओवादी) ने 2 पन्नों के एक ख़त में सशस्त्र संघर्ष को अस्थायी तौर पर रोकने और केंद्र सरकार से शांति वार्ता करने की इच्छा जताई है। हालांकि अब तक इस चिट्ठी की पुष्टि नहीं हो पायी है। 15 अगस्त 2025 को जारी नक्सली केंद्रीय प्रवक्ता अभय के प्रेस नोट में यह घोषणा की गई है। पर्चे में कहा गया है कि पार्टी एक महीने तक हिंसा रोकने को तैयार है और सरकार से अपील की है कि बातचीत शुरू करने के लिए एक समिति बनाई जाए।
प्रवक्ता ने केंद्र से संवाद के लिए ईमेल आईडी भी साझा किया है। हालांकि ये खत महीने भर बाद सामने आया है। अभय ने सरकार से एक महीने का युद्धविराम लागू करने का अनुरोध किया है, ताकि जेल में बंद नक्सली नेताओं को भी विचार-विमर्श में शामिल किया जा सके। पत्र में चेतावनी दी गई है कि अगर इस दौरान पुलिस का दबाव और मुठभेड़ जारी रहे तो वार्ता प्रक्रिया पर असर पड़ेगा।