नई दिल्ली (नेहा): क्या मशीनें इंसानों से ज्यादा स्मार्ट हो सकती हैं? इस सवाल का जवाब तो AI दे चुका है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसे-ऐसे काम कर रहा है, जो दुनिया को चौंका रहे हैं। लेकिन इसी बीच एक ऐसी तकनीकी की भी चर्चा हो रही है, जो AI से भी पावरफुल हो सकती है। OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में इस पर बात की और कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इतनी तेजी से आगे बढ़ रही है कि जल्द ही यह इंसानों को कई मामलों में पीछे छोड़ सकती है। अगले कुछ सालों में AI इतना पावरफुल हो सकता है कि वह सुपरइंटेलिजेंस बन जाए।
ऑल्टमैन ने कहा कि उनकी कंपनी की नई तकनीक GPT-5 पहले से ही कई मामलों में इंसानों से ज्यादा स्मार्ट है। लेकिन अभी यह कुछ आसान कामों में इंसानों से पीछे है। फिर भी AI की तरक्की इतनी तेज है कि अगले कुछ सालों में यह सुपरइंटेलिजेंस बन सकती है। ऐसी मशीनें जो इंसानों से ज्यादा समझदार हों और वैज्ञानिक खोजों में भी हमसे आगे निकल जाएं। ऑल्टमैन का मानना है कि 2030 तक ऐसी पावरफुल तकनीक देखने को मिल सकती है।
AI के बढ़ने से सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हमारी नौकरियां खतरे में पड़ेंगी? ऑल्टमैन का कहना है कि AI कुछ नौकरियों को खत्म कर सकती है, लेकिन यह पूरी तरह से नौकरियां छीनने वाली बात नहीं है। अगले कुछ सालों में अर्थव्यवस्था के 30-40% काम AI कर सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सब बेरोजगार हो जाएंगे। नए तरह के काम भी सामने आएंगे। ऑल्टमैन का सुझाव है कि हमें नई चीजें जल्दी सीखने की आदत डालनी होगी। बदलाव तो आएंगे, लेकिन हमें तैयार रहना होगा।