नई दिल्ली (नेहा): पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रविवार को कुदरत का कहर देखने को मिला। यहां पर भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में 17 लोगों की जान चली गई। अधिकारियों ने बताया कि इस आपता के बाद दार्जिलिंग का सिक्किम से संपर्क टूट गया है।
आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य का काम शुरू हो गया है। भूस्खलन के कारण प्रमुख मार्गों पर सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। आइए आपको इस खबर से जुड़ी 10 बड़ी बातें बताते हैं।
पिछले कुछ समय से पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भारी बारिश हुई है। लगातार बारिश के कारण मिरिक और सुखिया पोखरी जैसे इलाकों में भूस्खलन हुआ।
इस आपदा में कम से कम 17 लोगों की जान गई है। भूस्खलन के बाद स्थानीय प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। इस प्रकृतिक आपदा ने दार्जिलिंग का संपर्क कई राज्यों से काट दिया है।
दार्जिलिंग में हुए इस भूस्खलन के बाद प्रमुख सड़कों से संपर्क टूट गया है। इससे बंगाल और सिक्किम को जोड़ने वाली सड़क का भी संपर्क टूट गया है। वहीं, इंटरनेट सेवा भी प्रभावित है।
दूर्गापूजा के बाद बड़ी संख्या में पर्यटक दार्जिलिंग आते हैं। विशेष तौर पर सप्ताहांत में इस जगह पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसे में आज हुए भूस्खलन में बड़ी संख्या में यहां पर्यटकों के फंसने की संभावना है।
दार्जिलिंग में टॉय ट्रेन सेवाएं काफी मशहूर हैं। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन ने दार्जिलिंग के टाइगर हिल और रॉक गार्डन सहित सभी पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला किया है।
अधिकारियों ने निवासियों और पर्यटकों से सावधान रहने तथा सड़क और मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी लेते रहने को कहा है।
दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने भारी बारिश से हुए इस नुकसान पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि समें मौतें हुई हैं, संपत्तियों का नुकसान हुआ है और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
भारी बारिश ने उत्तर बंगाल के अन्य क्षेत्रों जैसे जलपाईगुड़ी, सिलिगुड़ी को भी काफी प्रभावित किया है। इस बारिश के कारण कई जगहों पर जलजमाव देखने को मिला है।
आईएमडी ने बारिश को लेकर पहले ही उत्तर बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश की चेतावनी दी है। विबाग ने सिक्किम के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 7 अक्तूबर तक बारिश की संभावना है। अधिकारियों ने चेताया कि लगातार बारिश से उत्तर बंगाल में अचानक बाढ़ आ सकती है।