नई दिल्ली (नेहा): मध्यप्रदेश में कफ सीरप के इस्तेमाल से बच्चों की मृत्यु के बाद दिल्ली में सीरप की मांग में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट आ गई है। दवा कारोबारियों के अनुसार, लोग अब सीरप खरीदने से पहले सोच रहे हैं, जबकि डाक्टर भी सीरप लिखने से परहेज कर रहे हैं।
अक्टूबर के शुरुआती दिनों में औसतन 25 से 30 प्रतिशत तक गिरावट आई है, जबकि टैबलेट और कैप्सूल की बिक्री में बढ़ोतरी देखी गई है। दिल्ली के दवा विक्रेताओं ने बताया कि ग्राहक अब सीरप की जगह टैबलेट, पाउडर या अन्य विकल्प की मांग कर रहे हैं।