गुरुग्राम (पायल): हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार और फिर ASI संदीप लाठर की खुदकुशी से इस पूरे मामले की गुत्थी उलझती जा रही है। आईपीएस पूरन कुमार ने जातिगत भेदभाव और लाठर ने अपने फाइनल नोट में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। संदीप लाठर रोहतक की साइबर सेल में तैनात थे और उन्होंने 4 पेज का फाइनल नोट और एक वीडियो मैसेज छोड़ा था। इसमें आईपीएस पूरन पर भ्रष्टाचार के आरोप, जाति के नाम पर उगाही का खेल और रोहतक के पूर्व एसपी बिजरानिया को लेकर कई दावे किए हैं। उधर, पूरन कुमार के परिवार द्वारा लैपटॉप देने से इनकार करने के बाद जांच टीम अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है।
संदीप कुमार ने वीडियो मैसेज में कहा था, मैं आपको सच्चाई से अवगत कराना चाहता हूं। उसके लिए पहली आहुति मैं अपनी डाल रहा हूं, सच्चाई की कीमत चुकानी पड़ती है। भगत सिंह को भी अपना जीवन खत्म करना पड़ा था। ये देश तभी जागेगा, जब हम सच्चाई की राह पर कुर्बान होंगे। एक भ्रष्ट पुलिस अफसर है, जिसने सदर थाना मर्डर केस में पैसे लिए। उसने राव इंद्रजीत को बाहर निकालने के लिए 50 करोड़ की डील कर रखी थी।
संदीप लाठर ने कहा, एक ईमानदार अफसर नरेंद्र बिजरानिया था, जो इसके सामने अड़ा। लेकिन कभी भी किसी ने भ्रष्टाचारी तो छोड़ो, इतना ईमानदार था कि अपनी सैलरी में गुजारा करता था। लेकिन जब से आईजी आया तो उसने देखा कि उसने अपनी जाति के लोगों को ऑफिस में सेट करना शुरू कर दिया। फाइलों में गड़बड़ी की, महिला पुलिसकर्मियों का भी ट्रांसफर के नाम पर यौन शोषण हुआ। इनकी सीडीआर निकाल कर जांच की तो आपको पता चल जाएगा कि मेरी बातों में सच्चाई है. मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं। हर चीज के लिए पैसे मांगे गए. जनता राजा होती है, वही न्याय करती है। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर जो शिकायत की गई थी, उसी वजह से इसने सुसाइड करी है। जब हमने सुशील कुमार गनमैन को पकड़ा था।
संदीप ने कहा, जब पाप का घड़ा भर गया और पराकाष्ठा हो गई तब इसने अपने परिवार को बचाने के लिए सुसाइड की है। इसकी घरवाली को भी डर है कि उसका भी भ्रष्टाचार का भांडा न फूट जाए। इनको जाति के नाम पर भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस नहीं मिला है। इसने भ्रष्टाचार किया है, परेशान किया है। इसको पैसे पहुंचे हैं, मैं ईमानदारी आदमी था, मैं एक जमींदार का बेटा हूं, मैं भगत सिंह का फैन हूं, मैं डरता नहीं हूं, देश को जगाने के लिए ये जरूरी हो गया है। ये जाति का नाम लेकर खुली मलाई खाना चाहते हैं। मामले को जातिगत रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। दाह संस्कार न करके बहुत बड़ी सच्चाई को सामने न लेने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, सुसाइड के कुछ घंटे पहले एएसआई संदीप कुमार रोहतक बाईपास पर एक चाय की दुकानों पर दोस्तों से मिला था। वहां अचानक उसके पास एक फोन कॉल आई और वो वहां से जरूरी काम होने की बात कहकर निकल गया। घंटे भर बाद उसके सुसाइड की खबर सामने आई। एएसआई का 6.28 मिनट का वीडियो था। उसके फाइनल नोट में हरियाणा के आईजी वाई पूरन कुमार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं।
आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिवार ने अभी तक उनका लैपटॉप पुलिस को नहीं सौंपा है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में परिवार सहयोग नहीं कर रहा है। ऐसे में चंडीगढ़ पुलिस अब कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। परिवार ने दिवंगत आईपीएस के पोस्टमार्टम के लिए भी आठ दिनों बाद स्वीकृति दी थी।
रोहतक एएसआई संदीप लाठर के परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए मंजूरी दे दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। शुक्रवार को जुलाना में लाठर का दाह संस्कार किया जा सकता है। लाठर के परिवार वाले मामले की गहनता से जांच की मांग कर रहे हैं।