नई दिल्ली (नेहा): अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करने वाली जुजुत्सु खिलाड़ी रोहिणी कलम की मौत ने पूरे खेल जगत को हिला कर रख दिया है। रविवार को उनका शव उनके घर में फांसी के फंदे से लटका मिला। शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया गया है, लेकिन परिवार का आरोप है कि स्कूल प्रशासन की ओर से उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। घटना के समय रोहिणी की मां मंदिर गई थीं और पिता, जो बैंक नोट प्रेस से सेवानिवृत्त हैं, वह भी घर पर नहीं थे।
उनकी छोटी बहन रोशनी ने पुलिस को बताया कि रोहिणी आष्टा के एक निजी स्कूल में मार्शल आर्ट्स कोच के रूप में काम करती थीं और पिछले कुछ समय से काम के दबाव और तनाव में थीं। शनिवार को वह देवास अपने घर लौटी थीं। रविवार की सुबह उन्होंने रोजाना की तरह चाय और नाश्ता किया, किसी से फोन पर बात की और फिर अपने कमरे में चली गईं। इसके बाद जब वह अपनी मां के साथ मंदिर गईं तो उस बीच में रोहिणी ने सुसाइड कर ली और उन्हें वह फांसी पर लटकी मिलीं। इस दौरान कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। रोशनी ने मीडिया को बताया कि दीदी अपनी नौकरी को लेकर बहुत परेशान थीं। स्कूल के टीचर और प्रिंसिपल उन्हें बहुत परेशान करते थे। मैं उनकी बातों से समझ सकती थी कि वह बहुत तनाव में हैं।


