बहादुरगढ़ (नेहा): प्रदूषण के मद्देनजर बीएस-4 से नीचे कैटेगरी के मालवाहक वाहनों की दिल्ली में एंट्री शनिवार से रुक गई। दूसरे राज्यों में रजिस्टर्ड वाहनों पर यह नियम लागू हुआ है। इससे हरियाणा के बीएस-3 कैटेगरी के करीब डेढ़ लाख वाहन प्रभावित हाेंगे। शनिवार की अल सुबह से ही एनफोर्समेंट टीमें दिल्ली की सीमाओं पर तैनात कर दी गई।
दिन भर पुराने मालवाहक वाहनों की कैटेगरी चेक होती रही। इसमें जो भी बीएस-4 से नीचे मिला, उसे वापस लौटाया गया। जबकि दिल्ली में पंजीकृत किसी भी वाहन को नहीं रोका गया। टीकरी बार्डर पर तैनात टीम इंचार्ज ने बताया कि दोपहर तक ऐसा कोई वाहन नहीं, मिला जो बीएस-4 से नीचे हो। अभी रोजाना चेकिंग होगी। दिल्ली के 23 बार्डर प्वाइंटों पर इस कार्रवाई के लिए टीमें तैनात की गई हैं।
पहले तो बीएस-6 कैटेगरी से नीचे के वाहनों को दिल्ली में एंट्री न देने का निर्णय था, लेकिन पिछले दिनों हुई बैठक के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने नए आदेश जारी किए थे। इसमें बीएस-4 वाहनों को एक साल की मोहलत दी गई है।
ये वाहन 31 अक्टूबर 2026 में जा सकेंगे। ऐसी स्थिति अब बीएस-4 से नीचे के जो वाहन यानी बीएस-3 और इससे नीचे के हैं, उनको ही रोकने के आदेश हैं। इनमें भी जो वाहन दिल्ली में रजिस्टर्ड हैं उनकी बजाय दूसरे राज्यों के डीजल-पेट्रोल के मालवाहक वाहनों पर ही यह पाबंदी रहेगी।


