नई दिल्ली (नेहा): सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को देश में मतदाता सूचियों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) करने के चुनाव आयोग के निर्णय को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। आज ही बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान भी होना है। बिहार ही पहला राज्य है, जहां एसआइआर को लागू किया गया है।
प्रशांत भूषण ने उठाया था मुद्दा गैर सरकारी संगठन ‘एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ की ओर से बीते शुक्रवार को पेश हुए अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा था कि यह मुद्दा लोकतंत्र की जड़ों तक जाता है। इसी के बाद जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने कहा था कि वह 11 नवंबर से इन याचिकाओं पर सुनवाई शुरू करेगी।
पूरी प्रोसेस 7 फरवरी को खत्म होगी देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वोटर लिस्ट अपडेट करने के लिए बूथ लेवल अधिकारी (BLO) 4 नवंबर से घर-घर पहुंचे रहे हैं। चुनाव आयोग ने बताया कि इन राज्यों में वोटर लिस्ट SIR के लिए BLO की ट्रेनिंग 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक हुई। पूरी प्रोसेस 7 फरवरी को खत्म होगी।
SIR में वोटर लिस्ट का अपडेशन होगा। नए वोटरों के नाम जोड़े जाएंगे और वोटर लिस्ट में सामने आने वाली गलतियों को सुधारा जाएगा। उधर, चुनाव आयोग ने सोमवार को मद्रास हाई कोर्ट में कहा कि SIR को लेकर किसी भी आशंका की कोई जरूरत नहीं है। आपत्तियों पर विचार करने के बाद ही अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।


