नई दिल्ली (पायल): पश्चिम दिल्ली के तिलक नगर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। साइबर ठगों के एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और ठगी के 42,57,200 रुपए नकद बरामद कर लिए। साथ ही 16 फर्जी एटीएम कार्ड, एक स्कूटी और तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए।
पुलिस को बुधवार को गुप्त सूचना मिली कि विष्णु गार्डन इलाके का एक पुराना संदिग्ध शीतला माता रोड स्थित इंडियन बैंक के एटीएम पर फर्जी कार्ड से पैसे निकालने आएगा। तुरंत एसएचओ तिलक नगर के नेतृत्व में एसआई सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल राजबीर, कांस्टेबल धनेश, राकेश, करण, धर्मपाल और महिला कांस्टेबल पूनम की टीम ने घेराबंदी की। संदिग्ध स्कूटी पर आया और जैसे ही उसने एटीएम से पैसे निकालने शुरू किए, टीम ने उसे धर दबोचा।
आरोपी सिमरन संधू (48 वर्ष), विष्णु गार्डन की भूमिका एटीएम से नकदी निकालने की थी। उसके पास से 50,000 नकद, 3 एटीएम कार्ड, एक स्कूटी और एक मोबाइल बरामद हुए। वह रोजाना 1200 रुपए में ठगी का काम करता था। संजीव अरोड़ा उर्फ सनी (51 वर्ष), विष्णु गार्डन, गिरोह का मास्टरमाइंड था। वह फर्जी एटीएम कार्ड बनवाता और सप्लाई करता था। उसके पास से 11 एटीएम कार्ड और 42,07,200 रुपए बरामद हुए। पुराने रिकॉर्ड की बात करें तो 2016 में सीबीआई और 2025 में जबलपुर पुलिस ने भी गिरफ्तार किया था। यह साइबर ठगी में कुख्यात अपराधी था।
गिरफ्तार आरोपी विक्की टंडन (44 वर्ष), मोती नगर की भूमिका यह थी कि जिन खातों में ज्यादा बैलेंस होता था, उनकी जानकारी मुहैया कराता था। उसके पास से 2 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। वह भी 2016 में सीबीआई और 2025 में जबलपुर पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। पुलिस के अनुसार गिरोह पश्चिम दिल्ली, द्वारका, जनकपुरी और आसपास के इलाकों में सक्रिय था। अभी गिरोह के अन्य सदस्य शुभम, महेंद्र आदि फरार हैं, उनकी तलाश जारी है।

