कटेया (पायल): कटेया थाना क्षेत्र के धनौती गांव में भूमि विवाद से जुड़े मारपीट मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि उन्हें स्थानीय विधायक सह बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का फर्जी पीए बनकर फोन कर थाने में मुकदमा दर्ज न करने की धमकी दी गई। मामले में दो लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार, क्षेत्र के धनौती निवासी प्रेमशंकर कुशवाहा और प्रमोद भगत के बीच 19 नवंबर को भूमि विवाद को लेकर मारपीट हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए थे। घटना के बाद प्रेमशंकर के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया।
कॉल करने वाले व्यक्ति ने स्वयं को स्थानीय विधायक एवं शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का पीए बताते हुए थाने में केस न करने की नसीहत दी और केस दर्ज करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। इसके बाद प्रेमशंकर ने कॉल नंबर की जांच की तो वह कटेया थाना क्षेत्र के पड़रिया निवासी आल्हा यादव का निकला।
फोन पर धमकी देने वाले व्यक्ति की पहचान भी आल्हा यादव के रूप में की गई। जांच में यह भी सामने आया कि मामले में कटेया निवासी मनोज गुप्ता की संलिप्तता भी है।
रविवार की शा प्रेमशंकर कुशवाहा के बयान पर पड़रिया निवासी आल्हा यादव और मनोज गुप्ता के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी कटेया थाने में की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे प्रकरण की जांच में जुट गई है।


