नई दिल्ली (नेहा): सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 के फाइनल में हरियाणा को हराकर झारखंड ने अपना पहला SMAT खिताब जीता। 2010-11 में विजय हजारे ट्रॉफी जीतने के बाद यह उनका मात्र दूसरा घरेलू खिताब है। ईशान किशन की कप्तानी में झारखंड ने कमाल का प्रदर्शन किया। टॉस हराने के बाद झारखंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता मिला। टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 262 रन बनाए। इसके जवाब में हरियाणा की पूरी टीम 18.3 ओवर में 193 रन बनाकर सिमट गई। झारखंड ने 69 रन से मुकाबला जीता।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी झारखंड की शुरुआत बेहद खराब रही। विराट सिंह 2 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद कप्तान ईशान किशन और कुमार कुशाग्र का कमाल देखने को मिला। ईशान किशन ने इस मैच में 49 गेंद का सामना करते हुए 10 छक्के और 6 चौके की मदद से 101 रनों की पारी खेली। वह SMAT के फाइनल में शतक बनाने वाले पहले कप्तान बने। वहीं, कुमार कुशाग्र ने 38 गेंद में 5 छक्के और 8 चौकों की मदद से 81 रनों की पारी खेली। इसके अलावा अनुकूल रॉय ने नाबाद 40 और रॉबिन मिंज ने नाबाद 31 रनों की पारी खेली। हरियाणा की तरफ से तीन गेंदबाजों को एक-एक विकेट मिला।
262 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हरियाणा की शुरू से ही लड़खड़ा गई। टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान अंकित कुमार बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। वहीं, इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे आशीष सिवाच ने भी सिर्फ तीन गेंदों का सामना किया और डक पर ही आउट हो गए। यहां से अर्श रंगा और यशवर्धन दलाल ने मिलकर पारी को संभालने का प्रयास किया, लेकिन रंगा 17 के निजी स्कोर पर सुशांत मिश्रा की गेंद पर बोल्ड हो गए। पहले 6 ओवर्स का खेल जब खत्म हुआ तो उस समय तक हरियाणा की टीम ने 58 रन जरूर बनाए थे, लेकिन वह 3 अहम विकेट गंवा चुकी थी।
निशांत सिंधु और यशवर्धन दलाल के बीच चौथे विकेट के लिए 67 रनों की साझेदारी देखने को मिली। इसके चलते हरियाणा का स्कोर 100 के पार जरूर पहुंच गया। दलाल भी 58 रन तो सिंधु 31 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद हरियाणा की टीम की पारी को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा। झारखंड के लिए सुशांत मिश्रा और बाल कृष्णा ने 3-3 विकेट लिए जबकि विकाश सिंह और अनुकूल रॉय ने 2-2 विकेट हासिल किए।


