नई दिल्ली (नेहा): एसीसी मेंस अंडर-19 एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान अंडर 19 क्रिकेट टीम ने भारतीय अंडर 19 क्रिकेट टीम को 191 रन से हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा जमाया। इससे पहले 2012 में भारत और पाकिस्तान ने ट्रॉफी शेयर की थी। ऐसे में पाकिस्तान की अकेले यह पहली ट्रॉफी है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान ने समीर मिन्हास के 172 और अहमद हुसैन के 56 रनों की बदौलत 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 347 रन बनाए। 348 रनों के टारगेट को चेज करने उतरी भारतीय टीम 26.2 ओवर में 156 रन पर सिमट गई। ग्रुप स्टेज में भारत ने पाकिस्तान को हराया था।
पाकिस्तान की शुरुआत औसत रही और 31 के स्कोर पर हमजा जहूर (18) कैच आउट हुए। इसके बाद समीर मिन्हास ने उस्मान खान के साथ मिलकर 92 रनों की पार्टनरशिप की। 17वें ओवर में खिलान पटेल ने उस्मान (35) को पवेलियन भेजा। 4 नंबर पर आए अहमद हुसैन ने समीर के साथ 137 रन जोड़ दिए। 38वें ओवर में हुसैन आउट हुए। उन्होंने 72 गेंदों पर 56 रन की पारी खेली।
समीर के रूप में पाकिस्तान को चौथा झटका लगा। दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे समीर ने 113 गेंदों पर 172 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 17 चौके और 9 छक्के लगाए। हुजैफा अहसान का खाता नहीं खुला। वहीं कप्तान फरहान यूसुफ ने 18 गेंदों पर 19 रन की पारी खेली। मोहम्मद शायान ने 7 और अब्दुल सुभान ने 2 रन बनाए। भारत की ओर से दीपेश देवेन्द्रन को 3 सफलताएं मिलीं। हेनिल पटेल और खिलान पटेल के खाते में 2-2 विकेट आए।
फाइनल में बड़ा टारगेट चेज करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। 10 ओवर के भीतर आधी भारतीय टीम पवेलियन लौट चुकी थी। आयुष म्हात्रे के रूप में भारत को पहला झटका लगा। भारतीय कप्तान ने 7 गेंदों पर 2 रन की पारी खेली। 3 नंबर पर आए एरोन जॉर्ज ने कुछ अच्छे चौके लगाए। हालांकि, इसके बाद वह एक खराब शॉट खेलकर कैच आउट हुए। एरोज ने 4 चौकों की मदद से 9 गेंदों पर 16 रन बनाए।
49 के स्कोर पर भारत के 2 विकेट गिर चुके थे। ऐसे में वैभव सूर्यवंशी और विहान मल्होत्रा को एक साझेदारी करनी थी। हालांकि, 49 के स्कोर पर ही भारत का तीसरा विकेट गिरा। अली रजा ने वैभव को अपने जाल में फंसा लिया। पारी की तेज शुरुआत करने वाले वैभव ने 10 गेंदों पर 26 रन जड़े। इस दौरान उन्होंने 3 छक्के और 1 चौका भी लगाया।
7वें ओवर की आखिरी गेंद पर विहान (7) को अब्दुल सुभान ने बोल्ड किया। 10वें ओवर में वेदांत त्रिवेदी 9 के स्कोर पर कैच आउट हुए। ड्रिंक्स ब्रेक के बाद 13वें ओवर में भारतीय टीम को छठा झटका लगा। टूर्नामेंट में दोहरा शतक लगा चुके अभिज्ञान कुंडू फाइनल में 13 रन की पारी ही खेल पाए। 100 रन के भीतर भारतीय टीम ने 7वां विकेट गंवा दिया। कनिष्क चौहान ने 23 गेंदों का सामना किया और 9 रन बनाए। इसके बाद खिलान पटेल ने 19, हेनिल पटेल ने 6 और दीपेश देवेंद्रन ने सबसे ज्याद 36 रन बनाए। पाकिस्तान की ओर से अली रजा ने 4 विकेट लिए। मोहम्मद सय्याम, अब्दुल सुभान और हुजैफा अहसान के खाते में 2-2 विकेट आए।


