फतेहगढ़ साहिब (नेहा): माता गुजर कौर और छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की बेमिसाल शहादत को समर्पित शहीदी सभा श्री फतेहगढ़ साहिब में श्रद्धा और सम्मान के साथ शुरू हो गई है। इस पावन अवसर पर गुरुद्वारा श्री ज्योति सरूप साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ किए गए।यह वही पवित्र स्थान है, जहां माता गुजर कौर और छोटे साहिबजादों का अंतिम संस्कार किया गया था। सिख इतिहास में इस धरती का विशेष महत्व है और इसे बेहद पवित्र माना जाता है। गुरुद्वारा श्री ज्योति सरूप साहिब की यह भूमि दुनिया की सबसे महंगी और पवित्र भूमि के रूप में जानी जाती है।
सिख इतिहास के अनुसार, दीवान टोडर मल ने इस स्थान को खरीदने के लिए सोने के सिक्के जमीन पर बिछाए थे, ताकि माता गुजर कौर और छोटे साहिबजादों का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान और मर्यादा के साथ किया जा सके। यह घटना सिख कौम की आस्था, त्याग और बलिदान की मिसाल मानी जाती है, जो आज भी लोगों को सच्चाई और धर्म के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है।


