नई दिल्ली (राघव): भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष के कारण बढ़े तनाव के बीच सरकार ने शनिवार को सभी मीडिया चैनलों को सलाह दी है कि वे सामुदायिक जागरूकता अभियान के अलावा अन्य कार्यक्रमों में नागरिक सुरक्षा हवाई हमले के सायरन की आवाज का इस्तेमाल करने न करें।
अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड महानिदेशालय ने एक परामर्श में कहा कि नागरिक सुरक्षा अधिनियम, 1968 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, सभी मीडिया चैनलों से अनुरोध किया जाता है कि वे लोगों को जागरूक करने के अलावा अपने कार्यक्रमों में नागरिक सुरक्षा हवाई हमलों के सायरन की आवाज का उपयोग करने से बचें। इसमें कहा गया है कि सायरन के नियमित उपयोग से हवाई हमलों के सायरन के प्रति नागरिकों की संवेदनशीलता कम हो सकती है और नागरिक इसे मीडिया चैनलों द्वारा वास्तविक हवाई हमलों के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली नियमित बात समझ सकते हैं।
इस बीच सरकार ने पाकिस्तान और पीओके में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकियों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कई कुख्यात अपराधियों के नाम शामिल हैं, जिनकी मौत भारतीय सेना के हमले में हुई है। भारत ने पाकिस्तानी पंजाब के बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने अलावा गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटली और मुजफ्फराबाद समेत नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया। हमले के बाद भारतीय सेना ने कहा कि पड़ोसी मुल्क से संघर्ष हमारा मकसद नहीं है। पाकिस्तान के सैन्य ठिकाने हमारे लक्ष्य नहीं थे।