नई दिल्ली (पायल): रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी को शुक्रवार के लिए फेमा के तहत आदेश जारी किए गए हैं। समन के बाद, उन्हें ‘आभासी माध्यम’ से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होने की पेशकश की गई है।
66 वर्षीय व्यवसायी के प्रवक्ता द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने संघीय जांच एजेंसी को एक पत्र लिखा है, जिसमें विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत चल रही जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया गया है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने अंबानी की आभासी उपस्थिति की पेशकश को खारिज कर दिया है। आशा है कि एजेंसी उचित समय पर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए एक नई तारीख जारी करेगी।
सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी ने अंबानी को शुक्रवार को व्यक्तिगत रूप से पेश होने और फेमा के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा। यह पूछताछ जयपुर-रिंग्स हाईवे प्रोजेक्ट से जुड़ी है।
ईडी ने हाल ही में एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत अंबानी और उनकी कंपनियों की 7,500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के बाद एक बयान में कहा कि आर-इंफ्रा (फेमा के तहत संचालित) के खिलाफ एक तलाशी अभियान में पाया गया कि कथित तौर पर 40 करोड़ रुपये की राशि राजमार्ग परियोजना मे “धोखाधड़ी” की गई थी।


