नई दिल्ली (पायल): उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों के बाद घायलों को समय पर इलाज दिलाने के उद्देश्य से एक नई पहल की शुरुआत की गई है। “राह-वीर योजना” नामक इस स्कीम के तहत अगर कोई राहगीर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर (पहले एक घंटे) के भीतर अस्पताल पहुंचाता है, तो उसे सरकार की ओर से इनाम और सम्मान दोनों दिया जाएगा। नोएडा में परिवहन विभाग द्वारा लागू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को सड़क हादसों में घायल लोगों की मदद के लिए प्रेरित करना है, ताकि घटनास्थल पर मौजूद लोग सहायता करने से हिचकिचाएं नहीं।
योजना के तहत घायल को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल सके, इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के निर्देशों पर इस अभियान को अमल में लाया गया है। नोएडा के एआरटीओ (प्रवर्तन) डॉ. उदित नारायण पांडेय ने जानकारी दी कि भले ही घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के बाद उसकी मृत्यु हो जाए, तब भी मदद करने वाले को “राह-वीर” का दर्जा और इनाम दिया जाएगा।
पहले इस प्रकार की मदद पर 5,000 की राशि दी जाती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 25,000 कर दिया गया है। विशेष मामलों में, जहां दुर्घटना बहुत बड़ी हो या राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो, वहां मददगार को 1 लाख तक का इनाम भी दिया जा सकता है।
मदद करने वाले व्यक्ति को कानूनी सुरक्षा भी प्रदान की जाएगी, जिससे कि कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना में घायल की मदद करने से डर या संकोच न करे। राह-वीर बनने के लिए जरूरी है कि घायल को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया हो और हादसे की पुष्टि पुलिस व मेडिकल रिपोर्ट में हो।