नई दिल्ली (नेहा): सीबीआई ने उद्योगपति अनिल अंबानी और यस बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर पर 2796 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। यह मामला यस बैंक के एक अधिकारी की शिकायत पर 2022 में दर्ज किया गया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 18 सितंबर को अनिल अंबानी और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। आरोप है कि अनिल अंबानी के समूह की कंपनियों – रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) और रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL), यस बैंक और बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर के परिवार की कंपनियों के बीच धोखाधड़ी वाले लेनदेन हुए। इससे यस बैंक को 2,796 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सीबीआई ने मुंबई की एक विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। जांच एजेंसी का कहना है कि अनिल अंबानी, अनिल धीरूभाई अंबानी (ADA) समूह के अध्यक्ष और रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के निदेशक हैं। रिलायंस कैपिटल लिमिटेड, RCFL और RHFL की होल्डिंग कंपनी है। अनिल अंबानी के अलावा, सीबीआई ने राणा कपूर, बिंदू कपूर, राधा कपूर, रोशनी कपूर, RCFL, RHFL (अब ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) पर भी आरोप लगाए हैं।
एजेंसी ने RAB एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, इमेजिन एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, ब्लिस हाउस प्राइवेट लिमिटेड, इमेजिन हैबिटेट प्राइवेट लिमिटेड, इमेजिन रेजिडेंस प्राइवेट लिमिटेड और मॉर्गन क्रेडिट्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी आरोप लगाए हैं। इन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। सीबीआई ने 2022 में राणा कपूर, जो यस बैंक के तत्कालीन प्रबंध निदेशक और सीईओ थे। RCFL और RHFL के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे। यह मामला बैंक के मुख्य सतर्कता अधिकारी की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
सीबीआई का कहना है कि राणा कपूर ने नियमों को ताक पर रखकर अनिल अंबानी की कंपनियों को लोन दिया। जब दूसरी कंपनियां अनिल अंबानी की कंपनियों को लोन देने से डर रही थीं, तब राणा कपूर ने उन्हें लोन दिया। इसके बदले में, राणा कपूर और उनके परिवार को भी फायदा हुआ। इस मामले में कई और लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। सीबीआई अभी भी मामले की जांच कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।