नई दिल्ली (नेहा): पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सभी संबंध टूट गए हैं। इसी बीच यूएई में अगले महीने होनेवाले एशिया कप के लिए खेल मंत्रालय ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि भारतीय टीम को इस टूर्नामेंट में खेलने से नहीं रोकेगी। खेल मंत्रालय के सूत्रों ने यह बात कही है। इस टूर्नामेंट में भारत को 14 सितंबर को अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ भी मुकाबला खेलना है, जिसे लेकर काफी विवाद भी चल रहा था।
खेल मंत्रालय के सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि भारत और पाकिस्तान की टीमें द्विपक्षीय मुकाबले नहीं खेलती हैं। हालांकि, टीम को एशिया कप जैसे बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने से रोका नहीं जा सकता है। मंत्रालय ने पाकिस्तान से जुड़े खेल आयोजनों के संबंध में अपनी नई नीति का खुलासा किया, जिसमें कहा गया है कि भारत का दृष्टिकोण पाकिस्तान के साथ व्यवहार करने की उसकी समग्र नीति को दर्शाता है। इस नीति के अनुसार, भारतीय टीमें पाकिस्तान में द्विपक्षीय प्रतियोगिताओं में भाग नहीं लेंगी और न ही पाकिस्तानी टीमों को भारत में खेलने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन, बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट इस नीति से प्रभावित नहीं होंगे।
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, “हम भारतीय क्रिकेट टीम को एशिया कप में खेलने से नहीं रोकेंगे क्योंकि यह एक बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट है। लेकिन, पाकिस्तान को भारतीय जमीन पर द्विपक्षीय मुकाबले के लिए मंजूरी नहीं दी जाएगी। हम उन्हें बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने से नहीं रोकेंगे क्योंकि हम ओलंपिक चार्टर से बंधे हुए हैं।” इसका मतलब है कि बीसीसीआई को अब एशिया कप के लिए हरी झंडी मिल गई है और वह अपनी टीम भेज सकती है।
हाल ही में, भारतीय टीम ने एशिया कप के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी। टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव करेंगे, जबकि शुभमन गिल उपकप्तान होंगे। भारत और पाकिस्तान के बीच मैच को लेकर कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने विरोध जताया था। अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमलों और उसके बाद भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कारण दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव बढ़ गया था। हरभजन सिंह और केदार जाधव जैसे कई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के साथ एशिया कप में नहीं खेलने की अपील की थी।
भारत और पाकिस्तान की टीमें एशिया कप में कम से कम एक बार और अधिकतम तीन बार आमने-सामने हो सकती हैं। ग्रुप चरण में दोनों टीमों का मुकाबला 14 सितंबर को दुबई में होगा। अगर दोनों टीमें सुपर फोर चरण के लिए क्वालीफाई करती हैं, तो वे दोबारा भिड़ सकती हैं। इसके अलावा, अगर दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती हैं तो उनके बीच तीसरी बार मुकाबला होगा। यह मैच पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों टीमों के बीच पहला मुकाबला होगा।