फाटा (नेहा): करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चलविग्रह डोली गुरूवार को केदारपुरी पहुंचेगी। बुधवार को बाबा केदार की डोली ने फाटा से प्रस्थान कर रात्रि प्रवास के लिए तीसरे पड़ाव स्थल गौरीकुंड पहुंची। यात्रा में चल रहे भक्तों के जयकारों एवं 6 ग्रेनेडियर रेजीमेंट बैंड धुनों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। गत 28 अप्रैल को शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदार बाबा की चल विग्रह डोली केदारपुरी के लिए रवाना हुई थी। पहले प्रवास काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी एवं दूसरे प्रवास के लिए बाबा केदार की डोली फाटा पहुंची थी।
बुधवार को सुबह 8 बजे मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने केदार बाबा की पंचमुखी डोली की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगया। इस दौरान वहां उपस्थित भक्तों ने बाबा की पंचमुखी भोगमूर्ति के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। जिसके बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चलविग्रह उत्सव डोली भक्तों के जयकारों एवं 6 ग्रेनेडियर आर्मी रेजीमेंट की बैंड धुनों के साथ तीसरे पड़ाव स्थल गौरीकुंड के लिए रवाना हुई। बाबा केदार की डोली बडासू, शेरसी, रामपुर, सीतापुर, सोनप्रयाग होते हुए देर शाम गौरामाई मंदिर गौरीकुंड पहुंची। इस दौरान ग्रामीणों, व्यापारियों बाबा केदार की चलविग्रह डोली का पुष्प व अक्षतों से जोरदार स्वागत किया। गुरूवार को केदारनाथ की उत्सव डोली गौरीकुंड से केदारपुरी पहुंचेगी। 2 मई को वैदिक मंत्रोच्चारण एवं विधि विधान से केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। जिसके बाद ग्रीष्मकाल के छह माह तक यहीं पर बाबा केदार की नित्य पूजा अर्चना संपन्न की।
केदार सांस्कृतिक मंच के तत्वाधान में देर शााम को विभिन्न महिला मंगल दल्रों ने भजन कीर्तन की प्रस्तुति दी। जिसमें फाटा न्याय पंचायत की 16 टीमों ने प्रतिभाग किया।। इस दौरान क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो उठा। श्रीकेदारधाम होटल एसोसिएशन केदारघाटी भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें डोली के साथ लगभग 2000 भक्तों ने भंडारे को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। इस अवसर पर मुख्य पुजारी केदारनाथ बागेश लिंग लिंग, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, पंचकेदार सेवा समिति के उपाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गाेस्वामी, सचिव नितिन जमलोकी, भरत सिंह, गौारीशंकर गोस्वामी, मायाराम गोस्वामी, रामचन्द्र गोस्वामी समेत कई भकतजन उपस्थित थे |