नई दिल्ली (नेहा): केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में विधि की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना की निंदा की और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की वकालत की। इस मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से जुड़े होने का आरोप है। इस मामले में पुलिस अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सहयोगी पासवान ने आरोप लगाया, ‘‘बंगाल में स्थिति भयावह हो गई है।
हत्या, लूट और दुष्कर्म की घटनाओं के बिना एक दिन भी नहीं गुजरता। ऐसे ज्यादातर मामलों में अपराधी वहां की सत्ताधारी पार्टी से जुड़े रहे हैं।” चिराग ने यह भी दावा किया कि बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ‘अपने विरोधियों पर उंगली उठाने में माहिर है, लेकिन अपने घर को व्यवस्थित करने के लिए तैयार नहीं है’। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी अन्य राज्यों की अपेक्षा पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा की घटनाएं अधिक होती हैं।”
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, ‘‘इसलिए मेरा मानना है कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए और विधानसभा चुनाव होने तक इसे लागू रहना चाहिए। तभी हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कर सकते हैं।” पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। राजग की सबसे बड़ी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछले एक दशक में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरी है।