नई दिल्ली (नेहा): पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित पूरे उत्तर भारत में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण ठिठुरन बढ़ गई है और लोगों को सुबह-शाम भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। वहीं पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में शनिवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। इसका सीधा असर सड़क यातायात पर पड़ा और कई स्थानों पर वाहन रेंगते नजर आए। दिल्ली में अधिकतम तापमान करीब 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री तक गिर सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को भी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में घना कोहरा देखने को मिल सकता है।
पंजाब और हरियाणा में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। ठंडी हवाओं के चलते तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। किसानों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि ठंड का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार सर्द बना हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कोहरे का असर दिख सकता है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक जाने का अनुमान है। फिलहाल बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन बर्फीली हवाएं ठंड को और बढ़ा देंगी। मौसम विभाग के अनुसार 13 और 14 दिसंबर के बीच शीतलहर का प्रभाव और तेज हो सकता है।
लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आने वाले दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों, खासकर पूर्वांचल और तराई क्षेत्रों में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए अगले दो से तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट और उसके बाद दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बीते दिनों बरेली, गोरखपुर, अयोध्या, कुशीनगर, बलिया, बस्ती, मुरादाबाद और आज़मगढ़ में घना कोहरा दर्ज किया गया। बिहार में पछुआ हवाओं के कारण ठंड में इजाफा हुआ है। अगले दो दिनों तक तापमान में खास बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन सुबह और शाम घना कोहरा छाया रह सकता है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। उधर ओडिशा के कई हिस्से भी शीतलहर की चपेट में हैं, जहां कुछ पहाड़ी इलाकों में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। ठंड के इस दौर ने जनजीवन को खासा प्रभावित किया है।


