नई दिल्ली (राघव): भारत में कोरोना वायरस एक बार फिर से चिंता का कारण बनता जा रहा है। बीते कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमण के कुल केस अब 4302 तक पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बढ़ते संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने के निर्देश जारी किए हैं, जिससे आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जा सके।
किन राज्यों में मिले कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस?
पिछले 24 घंटों में कोरोना के एक्टिव मामलों में 276 की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इनमें सबसे ज्यादा 64-64 केस दिल्ली और गुजरात से मिले हैं। वहीं तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश से 63 और चौथे नंबर पर पश्चिम बंगाल से कोविड के 60 एक्टिव केस मिले हैं।
कोरोना की यह नई लहर अब नेताओं को भी चपेट में ले रही है। महाराष्ट्र में शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता के संक्रमित पाए जाने की पुष्टि हुई है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि संक्रमण फिर से व्यापक रूप से फैल रहा है, और यह किसी को नहीं बख्श रहा। कोरोना से अब तक देश में 37 मौतें हो चुकी हैं। भले ही यह आंकड़ा पहले की लहरों की तुलना में कम हो, लेकिन यह इस बात का संकेत है कि वायरस अभी भी खतरनाक है, और लापरवाही भारी पड़ सकती है।
देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को मॉक ड्रिल के जरिए तैयारियों की समीक्षा करने को कहा है। इसमें विशेष रूप से अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन सप्लाई, ICU की स्थिति, और स्वास्थ्यकर्मियों की तत्परता को परखा जा रहा है। यह मॉक ड्रिल संभावित संकट से निपटने के लिए एक पूर्व तैयारी मानी जा रही है।
लोगों से अपील: सतर्क रहें, सावधानी बरतें:
विशेषज्ञों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे कोरोना को हल्के में न लें।
भीड़भाड़ से बचें
मास्क पहनें
हाथों की सफाई बनाए रखें
यदि लक्षण दिखें तो तुरंत जांच करवाएं