नूंह (पायल): साइबर क्राइम पुलिस ने साइबर फ्राड के दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित आनलाइन माध्यम से लोगों को ठगने का काम करते थे। इनके कब्जे से कई मोबाइल , फर्जी सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए हैं।
पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि पहला मामले में आरोपित वसीम निवासी बुबलहेड़ी गिरफ्तार किया गया है। साइबर टीम नूंह नल्हड़ मोड़ पर मौजूद थी, उसी समय साइबर पोर्टल पर एक संदिग्ध मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस की गई। जिसके आधार पर टीम ने मौके से एक युवक को काबू किया, जिसकी पहचान वसीम पुत्र इस्लाम निवासी बुबलहेड़ी थाना पिनगवा जिला नूंह के रूप में हुई।
तलाशी के दौरान आरोपित के पास से एक मोबाइल व सिम बरामद हुई। जांच में खुलासा हुआ कि उक्त नंबर से तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और हरियाणा समेत कई राज्यों में साइबर फ्राड की शिकायतें दर्ज हैं। पीड़ितों से धोखाधड़ी की रकम पांच सौ से तीन लाख 22 हजार रुपये तक की रही। आरोपित वसीम से बरामद मोबाइल की जांच में कई तकनीकी साक्ष्य मिले हैं।
उन्होंने बताया कि दूसरे मामले में आरोपित अहसान पुत्र उस्मान निवासी घासेड़ा की गिरफ्तारी की गई है। साइबर टीम मांडीखेड़ा बस स्टैंड के पास मौजूद थी। तभी सूचना मिली कि अहसान निवासी गांव घासेड़ा थाना सदर नूंह फर्जी सिमों व मोबाइलों का प्रयोग कर गाय-भैंस आनलाइन बेचने के नाम पर लोगों से ठगी करता है।
टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अहसान को इंडियन आयल पंप, मांडीखेड़ा-बडकली रोड के पास से गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से दो मोबाइल चार सिम कार्ड एक एटीएम कार्ड और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई। जांच में सामने आया कि आरोपित के फर्जी मोबाइल नंबरों से विभिन्न राज्यों में लोगों से ठगी की गई।
साइबर पोर्टल पर दर्ज शिकायत के अनुसार आरोपित ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी प्रदीप शर्मा से 14 हजार 999 रुपये की ठगी की थी। आरोपित ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपनी असली पहचान छिपाकर पशुओं की आनलाइन बिक्री के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था।
जिला पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दोनों मामलों में केस दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से बरामद मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और डिजिटल साक्ष्यों को जब्त कर जांच जारी है।

