नई दिल्ली (राघव): प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज दिल्ली में 37 स्थानों पर छापे मारे, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। यह कार्रवाई दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम निर्माण से जुड़े कथित घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत की गई है। सूत्रों के मुताबिक, यह मामला आम आदमी पार्टी (AAP) की पूर्व सरकार के कार्यकाल से जुड़ा है।
ED ने यह कार्रवाई दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर की। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच प्रवर्तन निदेशालय द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है। छापेमारी के दौरान अधिकारी विभिन्न निजी संस्थानों और ठेकेदारों के परिसरों की तलाशी ले रहे हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि इसमें किसी नेता के आवास या दफ्तर पर भी छापा मारा गया है या नहीं। ED द्वारा दर्ज प्राथमिकी में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया तथा सत्येंद्र जैन के नाम शामिल हैं। आरोप है कि दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों में 12,000 से अधिक कक्षाओं के निर्माण में करीब 2,000 करोड़ रुपये की भारी वित्तीय गड़बड़ी की गई।
क्या है क्लासरूम घोटाला?
यह घोटाला दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण कार्य से जुड़ा हुआ है, जिसमें ठेके की प्रक्रिया, लागत में अनियमितताएं और निर्माण में घोटाले के आरोप लगे हैं। यह सारा मामला आम आदमी पार्टी सरकार के शासनकाल से संबंधित बताया जा रहा है।