नई दिल्ली (नेहा): दिल्ली की निचली अदालतों की बार एसोसिएशंस की कोऑर्डिनेशन कमेटी ने एक वकील को हत्या के एक मामले में गुरुग्राम के एसटीएफ की ओर से कथित रूप से फंसाने के खिलाफ 6 नवंबर को हड़ताल करने का आह्वान किया है। कोऑर्डिनेशन कमेटी के सेक्रेटरी अनिल कुमार बसोया और चेयरमैन वीके सिंह के हस्ताक्षर से जारी बयान में हड़ताल का आह्वान किया गया है।
बयान में कहा गया है कि वकील विक्रम सिंह को गुरुग्राम के एसटीएफ ने केवल इस आधार पर फंसा दिया कि वो सह-आरोपियों की ओर से उस मामले में पेश हुए थे। कोऑर्डिनेशन कमेटी ने कहा है कि गुरुग्राम एसटीएफ की ये कार्रवाई लीगल प्रोफेशन की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है और ये वकीलों को अपना काम करने से रोकने के लिए धमकाने की एक कोशिश है।
कोऑर्डिनेशन कमेटी ने कहा है कि पुलिस प्रशासन का ये कदम न केवल कानून के शासन को कमतर कर आंकता है, बल्कि विधि व्यवसाय से जुड़े लोगों के भरोसे को तोड़ने की कोशिश है। गुरुग्राम पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी ने वकील विक्रम सिंह पर लगाए गए झूठे मुकदमे को वापस लेने की मांग की है।
कोऑर्डिनेशन कमेटी ने कहा कि किसी भी वकील के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कमेटी वकीलों की स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। गुरुग्राम पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ कोऑर्डिनेशन कमेटी ने 6 नवंबर को दिल्ली की सभी निचली अदालतों में हड़ताल करने का आह्वान किया है।


