नई दिल्ली (नेहा): फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 ने कथित तौर पर एशिया कप 2025 से ठीक पहले टीम इंडिया के टाइटल स्पॉन्सर के रूप में हटने का फैसला किया है। यह फैसला संसद की ओर से ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और विनियमन विधेयक पारित होने और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्ताक्षर के बाद अब कानून बनने के बाद आया है। भारतीय टीम आगामी 9 सितंबर से दुबई में एशिया कप में हिस्सा लेगी। जहां टूर्नामेंट के दौरान भारतीय खिलाड़ी बगैर ड्रीम11 लिखी जर्सी पहने नजर आ सकते हैं।
ड्रीम11 ने टीम इंडिया के टाइटल प्रायोजक के रूप में अपना नाम वापस लेने का फैसला ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और विनियमन विधेयक 2025 के पारित होने के बाद लिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अब जर्सी प्रायोजन अधिकारों के लिए नई बोलियां आमंत्रित करेगा। हालांकि एशिया कप के लिए ड्रीम11 के लोगो वाली जर्सी पहले ही छप चुकी हैं, लेकिन टूर्नामेंट में उनका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
बता दें कि ड्रीम11 ने 2023 में संकटग्रस्त एड-टेक दिग्गज बायजू की जगह 358 करोड़ रुपये या प्रति घरेलू मैच 3 करोड़ रुपये और बाहरी मैचों के लिए 1 करोड़ रुपये में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रमुख प्रायोजक का सौदा हासिल किया था। ड्रीम11 के टाइटल प्रायोजक के रूप में अपना नाम वापस लेने के बाद भारतीय टीम संभवतः एशिया कप 2025 में अपने सभी मैच बिना जर्सी प्रायोजक के खेलेगी।
इस मुद्दे पर बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने इस सप्ताह की शुरुआत में ही कहा था कि बोर्ड किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अगर यह अनुमति नहीं है तो हम कुछ नहीं करेंगे। बीसीसीआई केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई देश की हर नीति का पालन करेगा। ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन एंड रेगुलेशन बिल 2025 का उद्देश्य असली पैसे वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाना है। यह कंपनियों को विज्ञापन देने से भी रोकता है। ऐसे विज्ञापन दिखाने वाले प्लेटफॉर्म या प्रभावशाली लोगों पर 50 लाख रुपये का जुर्माना और जेल भी हो सकती है।