नई दिल्ली (नेहा): शारदीय नवरात्रि अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ चुका है और आज दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की आठवीं शक्ति महागौरी की पूजा अर्चना की जाएगी। देवीभागवत पुराण के अनुसार, मां के नौ रूप और 10 महाविद्याएं सभी मां आदिशक्ति भवानी के अंश और स्वरूप हैं लेकिन देवों के देव महादेव के साथ उनकी अर्धांगिनी के रूप में महागौरी ही विराजमान रहती हैं और भक्तों पर कल्याण करती हैं। इस दिन भक्तजन पूरे श्रद्धा भाव से महागौरी की पूजा करते हैं। मान्यता है कि महागौरी की आराधना से भक्त के सभी पाप धुल जाते हैं, जीवन में सुख-समृद्धि आती है और वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती हैं।
शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी भी कहा जाता है। महागौरी माता भक्तों के लिए अन्नपूर्णा स्वरूप हैं, भक्तों को किसी भी प्रकार का कोई कष्ट ना हो, मां पूरी तरह इसका ध्यान रखती हैं। मां दुर्गा का यह स्वरूप सफेद वस्त्र और उज्ज्वल आभा से युक्त है। इन्हें शांति, पवित्रता और सौंदर्य की देवी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां महागौरी की कृपा से भक्त को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है और जीवन की हर कठिनाई समाप्त होती है. महागौरी माता अविवाहित कन्याओं के लिए शुभ विवाह और विवाहित स्त्रियों को सौभाग्य, सुख और संतान-सुख प्रदान करती हैं।