लखनऊ (नेहा): उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के ठिकानो पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की कार्रवाई गुरुवार सुबह शुरु कर दी है। सूत्रों के अनुसार छापेमारी की कार्रवाई आज सुबह शुरु हुई। ईडी ने बलरामपुर में 12 और मुंबई में दो ठिकानों पर छापे मारे। ईडी ने 100 करोड़ रुपए के अवैध फडिंग के मामले में यह कार्रवाई की है। छांगुर बाबा पर धर्मांतरण, विदेशी धन के दुरुपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाना और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली गतिविधियों के गंभीर आरोप हैं जिसकी जांच के बाद ईडी ने छापेमारी शुरु की है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को छांगुर बाबा गिरोह के हवाला नेटवर्क, उनके संदिग्ध बैंक लेनदेन और विदेशी फंडिंग के बारे में कई सुराग मिले हैं। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने सभी दस्तावेज़ ईडी को सौंप दिए हैं, जिसने इन ठिकानों पर छापेमारी करने का फैसला किया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने कहा “ छांगुर बाबा और उसकी मुख्य सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन से पूछताछ में पता चला है कि गिरोह के सदस्यों ने उनके नाम और विभिन्न संस्थानों में 40 से ज़्यादा बैंक खाते खोले थे, जिनसे लगभग 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ।”
गौरतलब है कि पिछली पांच जुलाई को छांगुर बाबा को नीतू उर्फ नसरीन के साथ लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि गिरोह ने पांच राज्यों में 1500 लोगों की एक टीम बनाई थी। उनके निशाने पर 30 साल से कम उम्र की महिलाएं थीं। वे धर्मांतरण के लिए कोडवर्ड का भी इस्तेमाल करते थे। एटीएस के अनुसार, छांगुर बाबा के बैंक खाते से लगभग 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है। इसमें से 14 करोड़ रुपये विदेशी फंडिंग से आए हैं। छांगुर के पास से ‘शिज़ार-ए-तैयबा’ किताब भी मिली है, जिससे गिरोह को नेटवर्क बनाने और हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने में मदद मिली।