कोलकाता (पायल): मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआइआर) को लेकर बंगाल मे राजनीति गर्म है। इस बीच राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने बंगाल के लगभग 1000 बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार इन सभी बीएलओ ने एसआइआर के लिए कार्य से मुक्ति देने की मांग की है। संबंधित बीएलओ से कार्य से मुक्ति मांगने का कारण बताने को कहा गया है।
आयोग ने कुछ दिन पहले ही बीएलओ की नियुक्ति शुरू की है। कुछ दिन पहले ही राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने अपने सचिव विनोद कुमार को सूचित किया था कि कई जिला मजिस्ट्रेटों और जिला निर्वाचन अधिकारियों की रिपोर्ट से पता चलता है कि कई शिक्षक बीएलओ के नियुक्ति पत्र स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उनसे नियुक्ति न चाहने का कारण बताने को कहा गया है।
इससे पहले भी कई बीएलओ को इसी कारण से कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। उन्हें नोटिस मिलने के 72 घंटों के भीतर जवाब देने का भी आदेश दिया गया। बिहार में एसआइआर का दौर खत्म हो गया है। इसके तुरंत बाद मतदाता सूची जारी हो चुकी है। आयोग ने कहा कि यह सर्वेक्षण न केवल बिहार में, बल्कि पूरे देश में कराया जाएगा। राज्य में एसआइआर की तैयारियां जोरों पर हैं। सभी जिलों में मतदाता सूची की मैपिंग और अपलोडिंग का काम तेजी से किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार ‘मैपिंग’ के मामले में 2002 की एसआइआर सूची का मिलान नवीनतम प्रकाशित मतदाता सूची से किया जा रहा है। ऐसे में इस बार आयोग ने एक-एक करके बीएलओ को कारण बताओ नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। उधर, चुनाव आयोग ने देश के सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) को बुधवार और गुरुवार को दिल्ली तलब किया है। बताया जा रहा है कि मतदाता सूची में एसआइआर पर केंद्रित बैठक होगी।