गुवाहाटी (नेहा): असम में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ और 12 जिलों में प्रभावित आबादी घटकर 3.37 लाख रह गई। एक आधिकारिक बुलेटिन के मुताबिक, हालांकि, दो और मौतों के साथ इस वर्ष बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या 23 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र सहित प्रमुख नदियों में जलस्तर घट रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन में बताया गया कि 41 क्षेत्रों में 3,37,358 लोग और 12 जिलों के 999 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। अधिकारियों के मुताबिक, श्रीभूमि सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां 1.93 लाख लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्रीभूमि के बाद हैलाकांडी में 73,724 लोग और कछार में 56,398 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले में बाढ़ और भूस्खलन में एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जिससे अब तक मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। शुक्रवार को राज्य के 16 जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या 4.43 से अधिक थी। अधिकारियों के मुताबिक, 36,000 से अधिक विस्थापित लोग 133 राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं जबकि 68 राहत वितरण केंद्र सेवा में हैं। उन्होंने बताया कि धुबरी, धर्मतुल के कोपिली, बीपी घाट के बराक और श्रीभूमि के कुशियारा में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। बताया गया कि 12,659 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न है। दो जिले अब भी बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे 284 लोग प्रभावित हुए हैं। बुलेटिन में बताया गया कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बोकाखाट राजस्व क्षेत्र के अंतर्गत एक वन शिविर जलमग्न हो गया है। बुलेटिन के मुताबिक, पांच जानवरों की मौत हो गई जबकि 29 अन्य जानवरों को सुरक्षित रूप से बचा लिया गया।