नई दिल्ली (नेहा): आजकल घर बैठे खाने का मजा उठाने के लिए लोग ऑनलाइन फूड डिलिवरी ऐप्स का खूब इस्तेमाल करते हैं, जिनमें ‘स्विगी’ और ‘जोमैटो’ का नाम शीर्ष पर आता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस ‘कंवीनियंस’ की असली कीमत कितनी भारी पड़ती है? हाल ही में एक ग्राहक का अनुभव सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने बताया कि जिस रेस्टोरेंट से खाना उन्होंने ‘स्विगी’ पर ऑर्डर किया, वहीं से जाकर खरीदने पर वही खाना 81% सस्ता पड़ा। फर्क जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
सुंदर (@SunderjiJB) नाम के X यूजर ने ‘स्विगी’ को टैग करते हुए 7 सितंबर को लिखा- हे @Swiggy, जरा समझाइए। वही खाना अगर मैं आपके ऐप से ऑर्डर करूं तो उसकी कीमत आउटलेट से सीधे लेने की तुलना में 81% ज्यादा क्यों है, जबकि आउटलेट सिर्फ 2 किलोमीटर दूर ही है? क्या यही है सुविधा की असली कीमत? सिर्फ घर तक खाना मंगाने के लिए मुझे 663 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़ रहे हैं। इस पोस्ट को न्यूज लिखे जाने तक 10 लाख से अधिक व्यूज और 17 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं। जबकि 3 हजार से कहीं ज्यादा यूजर्स ने रीट्वीट किया है और करीब ढाई हजार ने कमेंट किए हैं।
जहां ‘स्विगी’ ऐप में पराठा (2 पीस) 70 रुपये दिखा, वही होटल की असली रसीद में पराठा 20 रुपये प्रति पीस मिला। ‘चिकन 65’ ऐप पर 240 रुपये, जबिक होटल में 150 रुपये। वहीं, ‘चिकन लॉलिपॉप’ ऐप पर 320 रुपये, होटल में 200 रुपये। ‘चिकन थोक्कु बिरयानी’ ऐप पर 460 रुपये और होटल में 280 रुपये। इन दोनों बिलों को देखकर साफ समझ आता है कि एक ही खाने पर ऑनलाइन और ऑफलाइन कीमत में कितना बड़ा अंतर है। बता दें कि ऐप पर खाना ऑर्डर करते समय सिर्फ डिलीवरी चार्ज ही नहीं, बल्कि कई छुपे हुए खर्चे भी जुड़ जाते हैं। जैसे Menu Markup, प्लेटफॉर्म कमीशन, डिलिवरी चार्ज, पैकजिंग कॉस्ट, टैक्स आदि।