नई दिल्ली (राघव): पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान घायल हो गईं। तिब्बत के दारचिन क्षेत्र में यात्रा करते समय वे एक खच्चर से गिर गईं, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई। इसके बाद उन्हें नजदीकी उपचार केंद्र में लाया गया, जहां उनकी कमर में गंभीर चोट का पता चला है। इस घटना के बाद लेखी को यात्रा के बीच से ही वापस भारत लाया गया है। रविवार सुबह वह लिपुलेख बॉर्डर पार करने के बाद गूंजी पहुंच गई थीं।
रिपोर्ट के अुनसार, लेखी तिब्बत के दारचिन क्षेत्र में खच्चर से यात्रा कर रही थी। रास्ते में खच्चर का पैर फिसलने से वह अनियंत्रित होकर गई और फिर उनसे खड़ा नहीं हुआ गया। चिकित्सकीय जांच में उनके कमर में गंभीर चोट की पुष्टि हुई है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौसम खराब होने की वजह से उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए वापस नहीं लाया जा सका। ऐसे में उन्हें सड़क मार्ग से वापस लाया जा रहा है। वह अब धारचूला पहुंचेंगी।
बता दें कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 45 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 10 जुलाई को 17,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित लिपुलेख पास को पार कर तिब्बत में प्रवेश किया था। तिब्बत में ठहरने के दौरान तीर्थयात्री तकलाकोट, दारचिन, डेरा फुक, जुंगहुई पू और कुगु में आराम करेंगे और कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की परिक्रमा करेंगे। लेखी 14 जुलाई को रवाना हुए 48 तीर्थ यात्रियों के जत्थे के साथ यात्रा पर रवाना हुई थीं।